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जाग्रत एकलव्य,विनती माँ वेष्णो से
जाग्रत एकलव्य,अब जल्द खुशिया ही खुशिया,
जाग्रत एकलव्य,अब जल्द खुशिया ही खुशिया
जाग्रत एकलव्य
जाग्रत एकलव्य,चौथी कहानी भविष्य की
कहानी भविष्य की Add.
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कहानी भविष्य की 04
ThenkS माँ ThenkS
ThenkS माँ ThenkS
अब देखेगी दुनिया तमाशा खेल दिखाएंगे हम वहाँ 2 जुलाई बाद जाएगे दिल्ली राजधानी कहते जिसे यहाँ।। द्रष्टि रखना अपनी माता द्रष्टि देवी रखेगी अपनी वहाँ जीवन सार्थक हमे हैं करना अनुमति मिल चुकी हमे यहाँ।। दिए स्वप्न में दर्शन आपने हमारी मन्नत पूरी हुई यहाँ खुद की नज़रो जीवित हुए हम खुद की नज़रोपढ़ना जारी रखें “ThenkS माँ ThenkS”
रोजगार
आत्मनिर्भर भारत, Gif
संगत द्रष्टि की
हर पल दिल के करीब हो आप,माँ सँग देवी सुने यहाँ, दिल से दिल है जुड़े हमारे,कोई अलग ना कर सके यहाँ।।
रामायण
रामायण…‘रा’ का अर्थ है प्रकाश, ‘मा’ का अर्थ है मेरे भीतर, यानी रामा का अर्थ है मेरे भीतर का प्रकाश। दशरथ और कौसल्या ने राम का जन्म दिया। दशरथ का अर्थ है 10 रथ। दस रथ 5 इन्द्रिय अंगों (ज्ञानेंद्रिय) और 5 क्रिया अंगों (कर्मेन्द्रिय) के प्रतीक हैं। कौशल्या का अर्थ है कौशल। 10 रथोंपढ़ना जारी रखें “रामायण”
माँ भारत,जाग्रत कहानी
2:45 am जीवन धन्य होने लगा हमारा, घूम कल्पना सहारे लगे यहाँ, सटीक कल्पना शक्ति जागृत होने लगा अहसास यहाँ।।
माँ भारत,एक कहानी,पहला पन्ना
सुर्ख चाँद,एक कहानी अहसास की
आप धन्य हैं देवी, 🙏 कलम थमाई, ब्रांड दिया, दिया जीवन को लक्ष्य यहाँ,समर्पित जीवन की हार्दिक इच्छा हमारी,राह दिखला दी हमे यहाँ।।
देवी कृपा:
आत्मनिर्भर भरतीय, पहला पन्ना रिलीज
माँ द्रष्टि जाग्रत अहसास 2
माँ द्रष्टि जाग्रत अहसास
माँ की द्रष्टि,एक जाग्रत अहसास
माँ दर्शन दो माँ
माँ आप धन्य हो माँ
माँ स्वप्न में आई मित्र के, बोली उनसे माँ वहाँ, कर्म ना छोड़े पुत्र हमारा, पुनः कर्म करे वो धरा यहाँ।। हुआ अचरज पर मिली खुशी, माँ स्वर्ग से द्रष्टि रख रही यहाँ, आदेश माँ का सर आँखों हमारे अब कर्म ना छुटे कभी यह यहाँ।।
माँ 💐,,,अध्बुध प्रायश्चित
माँ जननी माता हमारी, विनती सुनलो आप यहाँ,पुत्र पुकारे धरा आपको, शब्दो लिखित माफी माँग रहे हम यहॉ।। https://youtube.com/channel/UCY66t4odXCNBaEEZf1xxHQA
विनती माँ से
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शेष जल्द…
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हाथ जोड़ कर कर रहे निवेदन हम भी संतान आपकी हैं यहाँ पर आप निहार सको हमें यहाँ।। माना आबादी हैं ज्यादा देश की 05
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हमें भिजवाओ आप वहाँ पर है समाधान हमारे पास यहाँ दोनो पक्षो की हैं भलाई भलाई देश की छुपी हैं यहाँ।। 04
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जंग छिड़ी हैं वहाँ पर हाताश किसान हो रहे वहां सरकार हो चुकी हैं लाचार हैं ना आगे बढे ना पीछे हटे वहाँ।। 03